कुम्पावत के बारे मे जानकारी नही हो तो बता दू एकमात्र साधारण राजपूत जिसकी तीन बेटियां मेवाड़ जयपुर और कोटा महाराजा ने शादी की और मेवाड़ की गद्दी पर दासी पुत्र बनबीर बेठ गया और राजमाता ने बीड़ा फिरवाया तो एक भी राजा सामन्त या अन्य कोई उस बीड़े को लेने के लिए तैयार नही हुआ कुम्पा जी ने बीड़ा लिया और मारने निकले मेवाड़ की सीमा मे घुसते ही बनबीर भाग गया और अपने सेनिको को लेकर मारवाड़ से आगे जीतते हुवे रेवाड़ी हिसार पहुच गये और शेर साहब् सूरी को चेलेंज दिया फिर वापस आए मारवाड़ की धरती पर एक हप्रसिद्ध युद्ध सुमेल गिरी का तो सबको मालूम हे मारवाड़ मे 5 पीढ़ी तक प्रधान सेनापति रहे कागे मे सबसे बड़ी छतरी आसोप ठाकुर साब की हे जालोरी गेट के अंदर नावचोकिया मे आसोप ठाकुर साब की रोजाना दोनों समय ब्रामण पूजा करते हे अउ वा पर अंग्रजो का आक्रमण हुआ तो वे ठाकुर साब भाग गए कुम्पावतो ने मुकाबला किया था तभी फ़ाग गाते हे अउ वा अर आसोप धणिया मोतिया रि माला हो पोकरण ठिकाने की पूरी मदद की तो माहरी जात ने घोडा ही नी नावड़े पन मास्टर रेगो.
Very amazing
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